
राजनांदगांव/चिल्हाटी : छत्तीसगढ़ के चिल्हाटी थाना क्षेत्र में पुलिस द्वारा निर्दोष ग्रामीणों को मवेशी तस्कर बताकर परेशान करने और रिश्वत वसूलने का गंभीर मामला सामने आया है। पीड़ितों ने आईजी अभिषेक शांडिल्य और एसपी वायपी सिंह से शिकायत की, जिसके बाद मामले को गंभीरता से लेते हुए थाना प्रभारी रविशंकर डहरिया को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही जांच के लिए टीम गठित की गई है।
घटना का विवरण
20 अप्रैल को गढ़चिरौली (महाराष्ट्र) के कोरची तहसील के ग्राम खुनारा निवासी सेवानिवृत्त फौजी चतुर सिंदराम का बड़ा भाई मथुर सिंदराम, अंबागढ़ चौकी के कोलियाटोला गांव निवासी किसान रामकुमार सलामे से किसानी के लिए एक जोड़ी बैल खरीदकर पिकअप वाहन से गांव ले जा रहे थे। यह वाहन देवदास साहू पिता गैदलाल साहू की थी।
जब वाहन चिल्हाटी थाना क्षेत्र से गुजर रही थी, तब पुलिस ने ग्रामीणों को मवेशी तस्कर बताकर रोका, उन्हें थाने ले जाकर रातभर बिठाए रखा, और सुबह 1 लाख 15 हजार रुपये की रिश्वत लेकर छोड़ा।
एसपी ने लिया संज्ञान, टीआई सस्पेंड
शिकायत मिलने के बाद एसपी वायपी सिंह ने तत्काल संज्ञान लेते हुए चिल्हाटी थाना प्रभारी रविशंकर डहरिया को निलंबित कर दिया। उन्होंने बताया कि “रिश्वत जैसे गंभीर मामले में कार्रवाई करते हुए जांच टीम गठित की गई है, और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।”