
नई दिल्ली :- कीर स्टार्मर ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री होंगे. उनकी लेबर पार्टी ने हुए चुनाव में प्रचंड जीत हासिल की है. 186 सीटों के साथ लेबर पार्टी बहुमत के जादुई आंकड़े 170 से बहुत आगे निकल गई है. मौजूदा सत्तारूढ़ कंजर्वेटिव पार्टी अब तक 50 सीटें भी नहीं जीत पाई हैं. हालांकि ये चुनाव नतीजे चौंकाने वाले नहीं क्योंकि यूके में गुरुवार को हुए आम चुनाव के बाद बीबीसी, आईटीवी और स्काई के एग्जिट पोल्स ने लेबर पार्टी की बड़ी जीत की भविष्यवाणी कर दी थी. जानते हैं कौन हैं कीर स्टार्मर जो ब्रिटेन के नए पीएम बनने के हैं बेहद करीब.
- कीर स्टारमर :- मूल बातें
- उम्र :- 61
- शिक्षा :- रीगेट ग्रामर स्कूल, यूनिवर्सिटी ऑफ लीड्स, यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफॉर्ड
- परिवार :- एनएचएस ऑक्यूपेशनल थेरेपिस्ट विक्टोरिया अलेक्जेंडर से की शादी. एक बेटा, एक बेटी
संसदीय निर्वाचन क्षेत्र: 2015 से होलबोर्न और सेंट पैनक्रास
कौन हैं स्टार्मर :-
लेबर नेता स्टार्मर अक्सर खुद को ‘मजदूर वर्ग की पृष्ठभूमि’ वाला शख्स बताते हैं. उनके पिता एक टूलमेकर थे और उनकी मां एक नर्स के रूप में काम करती थीं.
स्टार्मर की मां स्टिल की बीमारी से पीड़ित थीं, एक दुर्लभ ऑटोइम्यून स्थिति जिसने अंततः उन्हें बोलने या चलने में असमर्थ बना दिया.
वह रीगेट ग्रामर स्कूल गए, जो उनके दाखिले हो जाने के दो साल बाद एक निजी स्कूल बन गया.16 साल की उम्र तक उनकी फीस स्थानीय परिषद द्वारा दी जाती थी.
परिवार का पहला शख्स को गया यूनिवर्सिटी :-
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक स्कूल के बाद, वह अपने परिवार में यूनिवर्सिटी जाने वाले पहले व्यक्ति बने, उन्होंने लीड्स और बाद में ऑक्सफोर्ड में कानून की पढ़ाई की. 1987 में, वह एक बैरिस्टर बन गए और मानवाधिकार कानून में विशेषज्ञता हासिल की. उनका काम उन्हें कैरिबियन और अफ्रीका ले गया, जहां उन्होंने मृत्युदंड का सामना कर रहे कैदियों का बचाव किया.
90 के दशक के अंत में, उन्होंने तथाकथित मैक्लिबेल कार्यकर्ताओं को मुफ्त में अपनी सेवाएं देने की पेशकश की. ये लोग फास्ट फूड दिग्गज मैकडॉनल्ड्स के पर्यावरण संबंधी दावों पर सवाल उठाने वाले पर्चे बांटने के बाद कानूनी चुनाती का समाना कर रहे थे.
2008 में, उन्हें इंग्लैंड और वेल्स में सीनियर क्रिमिनल प्रोसिक्यूटर, डॉयरेक्टर ऑफ पब्लिक प्रोसिक्यूटर नामित किया गया था.
राजनीतिक सफर :-
2015 में, वे उत्तरी लंदन में होलबोर्न और सेंट पैनक्रास के लिए सांसद बने. उन्होंने पूर्व लेबर नेता जेरेमी कॉर्बिन की फ्रंटबेंच टीम में उनके शैडो ब्रेक्सिट सेक्रेटरी के रूप में काम किया. इस दौरान उनका कहना था कि कि दूसरे यूरोपीय संघ के जनमत संग्रह पर विचार किया जाना चाहिए. 2019 के आम चुनाव में लेबर की भारी हार के बाद, स्टार्मर पार्टी नेता पद के लिए खड़े हुए. यह मुकाबला उन्होंने अप्रैल 2020 में जीता. अपने विजय भाषण में, उन्होंने लेबर को ‘विश्वास और आशा के साथ एक नए युग में ले जाने’ का वादा किया.
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