शास्त्रों में यह वर्णित है कि घर में किस विधि के साथ देवी - देवताओं को स्थापित कर उनकी आराधना करनी चहिए।
एक बार ब्रह्मा ने यज्ञ के दौरान माता सरस्वती की प्रतीक्षा न करते हुए पत्नी के स्थान पर किसी और को बैठा लिया था, जिसके बाद माता सरस्वती ने ब्रह्म को सृष्टि में न पूजे जाने का श्राप दिया था।